Sunday, April 7, 2019

ऐसे करें धनिये का USE,गर्मियों की ये बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम्स खत्म हो जाएंगी

ऐसे करें धनिये का USE,गर्मियों की ये बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम्स खत्म हो जाएंगी

पौधों और मनुष्य जीवन के अटूट संबंध को आदिकाल से लेकर आधुनिक विज्ञान के दौर तक हर किसी ने माना है और पौधों के औषधीय गुणों का बखान प्राचीन ग्रंथों से लेकर आयुर्वैद और अंतत: आधुनिक विज्ञान भी करता रहा है। ये बात अलग है कि जिन पौधों के औषधीय गुणों को हमने परखा नहीं या सुना नहीं, बहुत हद तक हम ऐसे पौधों को नकार जाते हैं, धनिया भी कुछ इस तरह का पौधा है जिसे आमतौर पर हम सब्जियों और तमाम व्यंजनों में डाले जाने वाले मसाले के तौर पर ही जानते हैं लेकिन यदि इसके औषधीय गुणों को आप जानेंगे तो आश्चर्यचकित हुए बगैर नहीं रह पाएंगे।

धनिया और उससे संबंधित आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान और कुछ रोचक जानकारियों का जिक्र कर रहें हैं डॉ दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रा. लि. अहमदाबाद)। डॉ. आचार्य पिछले 15 सालों से अधिक समय से भारत के सुदूर आदिवासी अंचलों जैसे पातालकोट (मध्यप्रदेश), डाँग (गुजरात) और अरावली (राजस्थान) से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान को एकत्रित करने का काम कर रहे हैं....

आमतौर पर सब्जियों में मसाले और सुगंध के लिए इस्तेमाल होने वाले धनिया की खेती भारत के हर हिस्से में होती है। औषधीय गुणों से भरपूर धनिये का वानस्पतिक नाम कोरिएंड्रम सटाईवम है।

नकसीर की है अचूक दवा

20 ग्राम हरी ताजी धनिया की पत्तियाँ लीजिए और इसमें चुटकी भर कर्पूर डालकर सिलबट्टे पर कुचल लें, प्राप्त रस की 2-2 बूंदें नाक के दोनो छिद्रों में प्रतिदिन दिन में 2 बार डालें, साथ ही इस रस का लेप प्रतिदिन माथे पर 5 मिनट के लिए लगाए, सिर्फ 15 दिन आजमाकर देखिए, इससे नकसीर की समस्या खत्म हो जाती है।

त्वचा के लिए गर्मियों में होता है फायदेमंद

धनिया त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। धनिये की पत्तियों के रस में हल्दी का चूर्ण मिलाकर चेहरे पर लगाएं, इससे मुहाँसों की समस्या दूर होती है और यह ब्लैकहेड्स को भी हटाता है।

आंखों को रखता है हेल्दी

थोड़ा सा धनिया कूट कर पानी में उबाल कर ठंडा कर के, किसी साफ सूती कपड़े से छान कर शीशी में भर लें और इसकी दो बूँदे आँखों में टपकाने से आँखों में जलन, दर्द तथा पानी गिरना जैसी समस्याएँ दूर होती हैं।

मासिक धर्म की समस्याओं को करता है दूर


धनिया महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को दूर करता है। यदि मासिक धर्म साधारण से ज्यादा हो तो आधा लीटर पानी में लगभग 6 ग्राम धनिए के बीज डालकर उबाले और इसमें शक्कर डालकर पीएं, फायदा होगा।

डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभदायक

धनिये को मधुमेह नाशी भी माना जाता है। इसके सेवन से खून में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है। सौंफ, मिश्री व धनिया के बीजों की समान मात्रा लेकर चूर्ण बना कर 6-6 ग्राम प्रतिदिन भोजन के बाद खाने से हाथ पैर की जलन, एसिडिटी, आँखों की जलन, पेशाब में जलन व सिरदर्द दूर होता है।

किडनी की प्रॉब्लम्स दूर कर देता है

धनिया के बारे में नवीन शोध बताते हैं कि धनिया की पत्ती खाने से किडनी स्वस्थ रहती है। किडनी की समस्याओं से ग्रसित लोगों को ये देसी आदिवासी नुस्खा एक बार अजमाकर देखना जरूर चाहिए। अजमोद (सेलेरी) और धनिया की ताजी हरी पत्तियाँ (दोनो 500 ग्राम) लीजिए, साफ पानी से धोकर, बारीक काट लें और 3 लीटर पानी के साथ उबालें जब तक कि यह आधा शेष ना बचे। ठंडा होने के बाद इसे छानकर किसी बोतल में लेकर रेफ्ऱिजरेटर में रख दें, प्रतिदिन सुबह लगभग एक गिलास इस रस का सेवन कीजिए और वो भी सिफऱ् 10 दिनों तक, फर्क दिखेगा जरूर, हिन्दुस्तानी आदिवासियों का देसी ज्ञान है, आजमाइए जरूर, इसे स्वस्थ व्यक्ति को भी अपनाना चाहिए।

गर्मियों में पसीने की कर देगा छुट्टी

एक तिहाई कप सिरका (एसिटिक एसिड) और पानी लिया जाए और इसे उबाला जाए। एक अलग बर्तन में 3 लौंग, थोडी ताजी धनिया पत्तियाँ, थोडी पुदिना पत्तियाँ, नीलगिरी की 4 ताजी पत्तियाँ और लगभग 1 ग्राम दालचीनी की छाल डाली जाए। खौले हुए पानी को इस मिश्रण वाले बर्तन में डाल दिया जाए और पुन: इस मिश्रण हल्की हल्की आँच पर 20 मिनिट तक गर्म किया जाए, बाद में इसे छानकर काँच के किसी बर्तन में छान लिया जाए और रेफ्रिजरेट कर लें। प्रतिदिन नहाने के बाद थोडी मात्रा हथेली में लेकर ज्यादा पसीना आने वाले शारीरिक अंगों पर लगाएं। यह गर्मियों में शरीर पर पसीना आना रोकेगा और बदबू भी दूर करेगा, आजमाकर देखिए।

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